tag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post1310888068070959001..comments2024-03-26T21:28:18.938+05:30Comments on शाश्वत शिल्प : क्या हुआमहेन्द्र वर्माhttp://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-26069534371153548492015-10-05T04:58:01.632+05:302015-10-05T04:58:01.632+05:30सब लस्टम्-पस्टम् चले जा रहा है -कुछ हुआ कहाँ है अभ...सब लस्टम्-पस्टम् चले जा रहा है -कुछ हुआ कहाँ है अभी तक !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-19713938001412795702012-10-28T20:17:30.318+05:302012-10-28T20:17:30.318+05:30एक एक शेर लाजबाव कर देनेवाला है। बेहतरीन ग़ज़ल के ...एक एक शेर लाजबाव कर देनेवाला है। बेहतरीन ग़ज़ल के लिए बधाई।<br />dinesh gautamhttps://www.blogger.com/profile/12703343426381963314noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-11475841283198169592012-10-24T18:22:52.557+05:302012-10-24T18:22:52.557+05:30जंग जारी है अभी तक न्याय औ अन्याय की,
राजधानी में ...जंग जारी है अभी तक न्याय औ अन्याय की,<br />राजधानी में भटकती रैलियों का क्या हुआ।<br /><br />हर आदमी के मन का आक्रोश लिये यह गज़ल बहुत प्रभावी है ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-57711296817983090022012-10-14T11:39:32.822+05:302012-10-14T11:39:32.822+05:30बेबसी लाचारियों से हारती उम्मीदगी,
दिल जिगर से फूट...बेबसी लाचारियों से हारती उम्मीदगी,<br />दिल जिगर से फूटती चिन्गारियों का क्या हुआ।<br /><br />बहुत खूबसूरत और बेहद गंभीर अभिव्यक्ति.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-35528877476782883052012-10-14T10:16:32.908+05:302012-10-14T10:16:32.908+05:30हकीकत से रूबरू कराती बेहतरीन ग़ज़ल .. हकीकत से रूबरू कराती बेहतरीन ग़ज़ल .. उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-10409009405253865712012-10-13T20:14:36.066+05:302012-10-13T20:14:36.066+05:30मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,
जो कबीरा न...मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br /> <br />....बहुत सटीक..लाज़वाब गज़ल..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-78617693050627483302012-10-11T21:19:31.427+05:302012-10-11T21:19:31.427+05:30जंग जारी है अभी तक न्याय औ अन्याय की,
राजधानी में ...जंग जारी है अभी तक न्याय औ अन्याय की,<br />राजधानी में भटकती रैलियों का क्या हुआ।<br /><br />मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br /><br />वाह, वाह महेंद्र जी.भाव,शब्द,तीर,खंजर मन को सराबोर कर गये.हम तो यही कहेंगे कि रस में जिसे डूबना हो, वह शाश्वत शिल्प पर आये.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-80936754451754821922012-10-11T14:08:58.271+05:302012-10-11T14:08:58.271+05:30लुट रहा यह देश सुबहो-शाम है यह पूछता,
जेल में सुख ...लुट रहा यह देश सुबहो-शाम है यह पूछता,<br />जेल में सुख भोगते आरोपियों का क्या हुआ............सटीक प्रश्न और लाजवाब ग़ज़ल।Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-66734369854495241182012-10-11T13:09:47.393+05:302012-10-11T13:09:47.393+05:30महेंद्र जी लाजवाब ग़ज़ल कही है आपने...कमाल...हर शे...महेंद्र जी लाजवाब ग़ज़ल कही है आपने...कमाल...हर शेर पर वाह...वाह...निकल रहा है मुंह से...आज के हालात पर क्या खूब शेर कहें हैं...सुभान अल्लाह...भाई ढेरों दाद कबूल करें...<br /><br />नीरज नीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-27532565035934368432012-10-11T11:21:54.234+05:302012-10-11T11:21:54.234+05:30मुझे तो इस प्रस्तुति में दुष्यंत कुमार की कलम सी झ...मुझे तो इस प्रस्तुति में दुष्यंत कुमार की कलम सी झलक दिखी है, वर्मा साहब। भेदती हुई भीतर तक। संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-22844210853989011322012-10-10T15:19:00.699+05:302012-10-10T15:19:00.699+05:30मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,
जो कबीरा न...मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br /> <br />है जुबां पर और उनके बगल में कुछ और है,<br />सम्पदा को पूजते सन्यासियों का क्या हुआ।<br /><br />कितने प्रश्न मथते हैं मन को ... बहुत सुंदर गज़ल संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-73506254903557563212012-10-09T23:30:01.919+05:302012-10-09T23:30:01.919+05:30मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,
जो कबीरा न...मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br /><br />सार्थक पंक्तियाँ डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-49582145650024312272012-10-09T18:59:14.177+05:302012-10-09T18:59:14.177+05:30मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,
जो कबीरा न...मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br /><br />बहुत सुन्दर गज़ल !<br />Coralhttps://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-52865413978875880712012-10-09T12:07:17.162+05:302012-10-09T12:07:17.162+05:30क्या बात, बहुत सुंदर रचना
बेबसी लाचारियों से हार...क्या बात, बहुत सुंदर रचना<br /><br /><br />बेबसी लाचारियों से हारती उम्मीदगी,<br />दिल जिगर से फूटती चिन्गारियों का क्या हुआ।<br /><br />लुट रहा यह देश सुबहो-शाम है यह पूछता,<br />जेल में सुख भोगते अपराधियों का क्या हुआ।<br /><br />बहुत बढियामहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/18051207879771385090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-6884053649033659352012-10-09T11:44:56.547+05:302012-10-09T11:44:56.547+05:30लाजवाब लाजवाब.... बहुत सुंदर गज़ल लाजवाब लाजवाब.... बहुत सुंदर गज़ल PAWAN VIJAYhttps://www.blogger.com/profile/14648578581549077487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-17574409086768445692012-10-09T11:17:46.273+05:302012-10-09T11:17:46.273+05:30मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,
जो कबीरा न...मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br /><br />हर शेर छाप छोड़ती हुई प्रभावी!!ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-54923602244411878472012-10-09T07:59:12.868+05:302012-10-09T07:59:12.868+05:30एक बहुत प्रभावशाली गज़ल.. हमेशा की तरह प्रेरक!!एक बहुत प्रभावशाली गज़ल.. हमेशा की तरह प्रेरक!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-52245557459017993732012-10-09T06:28:19.120+05:302012-10-09T06:28:19.120+05:30कह रहे कुछ लोग उनके साथ है कोई नहीं,
हर कदम चलती ह...कह रहे कुछ लोग उनके साथ है कोई नहीं,<br />हर कदम चलती हुई परछाइयों का क्या हुआ।<br />मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br />......<br />सम्पदा को पूजते सन्यासियों का क्या हुआ।<br /><br />बहुत प्रभावी ग़ज़ल Vandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-26221519463096190832012-10-09T04:36:27.957+05:302012-10-09T04:36:27.957+05:30बहुत सुन्दर गज़ल...जो कबीरा ने कही उन साखियों का क...बहुत सुन्दर गज़ल...जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ !!!!Arvind Jangidhttps://www.blogger.com/profile/02090175008133230932noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-84848184932920712472012-10-08T23:49:21.073+05:302012-10-08T23:49:21.073+05:30वर्मा साहब किस शे’र को कोट करूं किसको छोड़ूं। बस इ...वर्मा साहब किस शे’र को कोट करूं किसको छोड़ूं। बस इतना कह सकता हूं, कि इतनी बेहतरीन ग़ज़ल ब्लॉग जगत में उंगलियों पर गिने जा सकते हैं, वह भी एक हाथ की उंगलियों से।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-78374084884461684162012-10-08T23:17:15.633+05:302012-10-08T23:17:15.633+05:30मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,
जो कबीरा न...मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br /><br />बेहतरीन रचना है वर्मा जी... संकलन योग्य !<br />बधाई आपको ! <br />Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-22720308597467380232012-10-08T23:17:14.760+05:302012-10-08T23:17:14.760+05:30मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,
जो कबीरा न...मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br /><br />बेहतरीन रचना है वर्मा जी... संकलन योग्य !<br />बधाई आपको ! <br />Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-68448549883839068272012-10-08T23:14:02.974+05:302012-10-08T23:14:02.974+05:30 बहुत बढ़िया बहुत बढ़िया smhttp://realityviews.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-43003697998465165032012-10-08T22:23:52.995+05:302012-10-08T22:23:52.995+05:30कह रहे कुछ लोग उनके साथ है कोई नहीं,
हर कदम चलती ह...कह रहे कुछ लोग उनके साथ है कोई नहीं,<br />हर कदम चलती हुई परछाइयों का क्या हुआ।खुबसूरत अभिवयक्ति.....<br />विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9207559446136856031.post-27703064633793334942012-10-08T22:21:04.459+05:302012-10-08T22:21:04.459+05:30मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,
जो कबीरा न...मजहबों के नाम पर बस खून की नदियां बहीं,<br />जो कबीरा ने कही उन साखियों का क्या हुआ।<br />......... कौन देगा उत्तर,सब तो खून की नदियाँ बहाने में लगे हैं रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com