शाश्वत शिल्प
विज्ञान-कला-साहित्य-संस्कृति
(Move to ...)
Home
▼
हिन्दी साहित्य के संगीतमय गीत
›
गीत-संगीत किसे अच्छा नहीं लगता ! यदि गीत किसी प्रख्यात साहित्यकार का हो जिसे संगीतबद्ध कर गाया गया हो तो ऐसी रचना सहसा ध्यान आकर्...
1 comment:
शिशु ने नामकरण किया मां-बाबा का
›
सभी जीवों के साथ-साथ मनुष्यों के जीवन के लिए हवा के बाद पानी दूसरा महत्वपूर्ण पदार्थ है । पानी के लिए दुनिया की विभिन्न भाषाओं में अ...
2 comments:
वह जो जानता था अनंत को
›
( श्रीनिवास रामानुजन् की सौवीं पुण्यतिथि पर विशेष) “ प्रतिभा और योग्यता प्रायः विषम परिथितियों में ही व...
6 comments:
ममतामयी प्रकृति
›
कभी छलकती रहती थीं , बूँदें अमृत की धरती पर, दहशत का जंगल उग आया , कैसे अपनी धरती पर । सभी मुसाफिर इस सराय के , आते...
5 comments:
तीन सौ धर्मों के तीन सौ ईश्वर
›
प्रकृति और उसकी शक्तियाँ शाश्वत हैं । मनुष्य ने सर्वप्रथम प्राकृतिक शक्तियों को ही विभिन्न देवताओं के रूप में प्रतिष्ठित किया । मनुष...
4 comments:
भूतविद्या, मनोरोग और अंधविश्वास
›
पिछले दिनों भूतविद्या समाचार पत्रों की सुर्खियाँ बनी रही । कुछ ने इसे भूत-प्रेत से संबंधित बताया तो कुछ ने इसे मनोचिकित्सा से संबंधित ...
2 comments:
‹
›
Home
View web version