शाश्वत शिल्प
विज्ञान-कला-साहित्य-संस्कृति
(Move to ...)
Home
▼
Showing posts with label
अन्ना हजारे
.
Show all posts
Showing posts with label
अन्ना हजारे
.
Show all posts
अन्ना दादा, वाह !
›
जीता जन का तंत्र है, हारे तानाशाह, गूंज रहा चहुं ओर है, अन्ना दादा वाह। अन्ना दादा वाह, पहन कर टोपी खादी, असली आजादी की तुमने झलक दिखाद...
45 comments:
›
Home
View web version