शाश्वत शिल्प
विज्ञान-कला-साहित्य-संस्कृति
(Move to ...)
Home
▼
Showing posts with label
साँझ
.
Show all posts
Showing posts with label
साँझ
.
Show all posts
उम्र का समंदर
›
दिन ढला तो साँझ का उजला सितारा मिल गया, रात की अब फ़िक्र किसको जब दियारा मिल गया । ज़िंदगी की डायरी में बस लकीरें थीं मगर, कु...
10 comments:
›
Home
View web version