शाश्वत शिल्प

विज्ञान-कला-साहित्य-संस्कृति

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पांच सुरों का सौंदर्य

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ज्योति कलश छलके, हुए गुलाबी लाल सुनहरे रंग दल बादल के..... यह एक पुरानी फ़िल्म का गीत है । यह गीत आपको आज भी अच्छा लगता होगा...
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क्या जीवन भी है सतरंगी

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झरने की बूंदों पर घुलती, किरणें देखा करते हैं, क्या जीवन भी है सतरंगी, अक्सर सोचा करते हैं। कभी कभी ग़म अनुवादित हो ढल जाते हैं आंसू म...
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महेन्‍द्र वर्मा
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