शाश्वत शिल्प

विज्ञान-कला-साहित्य-संस्कृति

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छत्तीसगढ़ी लोकगीतों का सामाजिक संदर्भ

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  लोकसंस्कृति को जानने-समझने का प्रमुख जरिया लोकसाहित्य  है। लोकसाहित्य का इतिहास उतना ही प्राचीन है जितनी कि मानवजाति। लोक मानस की अभिव्यक्...
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ददरिया में विविध ताल-शैलियों का प्रयोग

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छत्तीसगढ़ में आज से 40-50 साल पहले तक ददरिया गीत अपने मौलिक स्वरूप में विद्यमान था । इस मौलिक रूप की कुछ विशेषताएं थीं- खेतों में काम ...
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महेन्‍द्र वर्मा
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