तुम
जब भी आते हो
मुस्कराते हुए आते हो,
कौन जान सका है
इस मुस्कान के पीछे छिपी
कुटिलता को ?
हर बार तुम
दे जाते हो
करोड़ों आंखों को
दरिया भर आंसू
करोड़ों हृदय को
सागर भर संत्रास
और कर जाते हो
समय की छाती पर
अनगिनत घाव !
क्या इस बार
तुम कुछ बेहतर नहीं कर सकते ?
जिन्हें जरूरत है उन्हें
क्या तुम
अंजुरी भर सुख नहीं दे सकते ?
बोलो, नववर्ष ......!
-महेन्द्र वर्मा
वर्मा साहब!
ReplyDeleteपरमात्मा यह मनोकामना पूरी करे, क्योंकि यह जन जन की मनोकामना है!! आपको भी परिवार सहित सुख, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त हो.. नव वर्ष मंगलमय हो!!
हमारी ओर से भी नव वर्ष की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें स्वीकार करें
ReplyDeleteWell done .
ReplyDeleteसभी पाठकों और संरक्षकों को नववर्ष की मंगलकामनायें!
भाषा और प्रेज़ेन्टेशन सभी कुछ दिलकश !!
http://shekhchillykabaap.blogspot.com/
नई आशाओं का नया साल.
ReplyDeletebahut sunder vichar haaen ...
ReplyDeleteHappy new year ...
आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को नववर्ष की शुभकामनायें
ReplyDeleteजय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति आज के तेताला का आकर्षण बनी है
ReplyDeleteतेताला पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से
अवगत कराइयेगा ।
http://tetalaa.blogspot.com/
बहुत सटीक लिखा इस विषय पर .
ReplyDeleteनए साल की हार्दिक शुभकामनायें.
नए वर्ष को दोष न दें .... सत्य कटु ही सही , जो कारण है हम उसे कहें ...
ReplyDeleteनया वर्ष प्रभु के आशीर्वचनों से परिपूर्ण हो ...
बहुत सुन्दर...आप को सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें..
ReplyDeleteप्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष की अशेष शुभकामनाएं । धन्यवाद ।
ReplyDeleteवर्माजी नववर्ष आपको हर तरह से सुखमय हो
ReplyDeleteवर्माजी नववर्ष आपको हर तरह से सुखमय हो
ReplyDeleteगहरी बात है इस रचना में..शुभकामनाएं .
ReplyDeleteशायद इस बार कुछ संभव हो सके. भगवान सब की मनोकामनाओ को पूरा करें.
ReplyDeleteसादर.
नव वर्ष पर सार्थक रचना
ReplyDeleteनववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
शुभकामनओं के साथ
संजय भास्कर
बहुत सुन्दर प्रस्तुति|
ReplyDeleteआपको और परिवारजनों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ|
क्या इस बार
ReplyDeleteतुम कुछ बेहतर नहीं कर सकते ?
जिन्हें जरूरत है उन्हें
क्या तुम
अंजुरी भर सुख नहीं दे सकते ?
बोलो, नववर्ष ......!
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति... आपको नववर्ष की हार्दिक मंगल कामनाएँ
यह सुन्दर कामना पूर्ण हो...
ReplyDeleteसुन रहे हो न नववर्ष!
अनंत शुभकामनाएं!
सादर!
नव वर्ष से यह प्रश्न हम भी करना चाहते हैं।
ReplyDeleteनव वर्ष पर आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनायें।
नव वर्ष की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें ..
ReplyDeleteअच्छी प्रस्तुति
क्या इस बार
ReplyDeleteतुम कुछ बेहतर नहीं कर सकते ?
जिन्हें जरूरत है उन्हें
क्या तुम
अंजुरी भर सुख नहीं दे सकते ?
बोलो, नववर्ष ......!
बहुत ही सुन्दर!नव वर्ष की शुभकामनाएँ!!!
आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeletesundar prastuti..
ReplyDeleteनव वर्ष मंगलमय हो !
बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं ....
बहुत प्यारी कामना...
ReplyDeleteसुन्दर अभिव्यक्ति..
नववर्ष की शुभकामनाएँ.
सादर.
वाह ... क्या प्रश्न खड़ा किया है ... बहुत खूब ..
ReplyDeleteआपको नव वर्ष मंगल मय हो ...
एक सर्व कालिक अनुत्तरित प्रश्न....
ReplyDeleteसुन्दर कविता सर, सादर बधाई और नूतन वर्ष की सादर शुभकामनाएं
bahut khoob umda prashn jiske uttar ki sabhi ko prateeksha hai.dekhte hain yeh nav varsh apni jholi me is bar kya laya hai.bahut umda likha hai aapne.nav varsh ki badhaai sweekaren.
ReplyDeleteअपने वक्त से संवाद करती गहरी रचना .जो मर गए रैन बसेरों के बाहर ठंड से पूछो उनसे नया साल कैसा होता है कहाँ होता है .
ReplyDeleteनए वर्ष की शुरूआत आपने बहुत अच्छी रचना से की है। नव वर्ष पर मेरी अशेष शुभकामनाएँ...
ReplyDeleteVarma ji apki rachana bahut hi sundar hai badhai ....aur abhar bhi .
ReplyDeleteabhar varma ji ...nav varsh pr ak khoob soorat suruat di ... badhi.
ReplyDeleteबहुत कठिन प्रश्न उपस्थित किया`है आपने नव वर्ष से ! उम्मीद है इस बार कुछ सुन्दर और साथक मिलेगा इस वर्ष में ! आपको एवं आपके परिवार को नए वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं !
ReplyDeleteनन्हीं सी आशा .....बहुत ही सहज किंतु यक्ष-प्रश्न सी जटिल,श्रेष्ठ रचना...
ReplyDeletenavvarsh par sundar abhivykti....
ReplyDeletenavvardh ki shubhkamnaye
पके चिर परिचित अंदाज़ में यह कविता एक सोच को जन्म देती है!! काश नए साल में एक अंजुरी सुख नसीब हो तो लगे कि कुछ नया है!! शुभकामनाएं नए साल की!!
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को नये साल की ढेर सारी शुभकामनायें !
ReplyDeleteआपका पोस्ट अच्छा लगा । मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
ReplyDeleteसराहनीय प्रस्तुति
ReplyDeleteजीवन के विभिन्न सरोकारों से जुड़ा नया ब्लॉग 'बेसुरम' और उसकी प्रथम पोस्ट 'दलितों की बारी कब आएगी राहुल ...' आपके स्वागत के लिए उत्सुक है। कृपा पूर्वक पधार कर उत्साह-वर्द्धन करें
सराहनीय प्रस्तुति
ReplyDeleteजीवन के विभिन्न सरोकारों से जुड़ा नया ब्लॉग 'बेसुरम' और उसकी प्रथम पोस्ट 'दलितों की बारी कब आएगी राहुल ...' आपके स्वागत के लिए उत्सुक है। कृपा पूर्वक पधार कर उत्साह-वर्द्धन करें
namaskar verma ji
ReplyDeleteanjuri bhar shukh ...bahut umda .
nayi asha .naya vishvash , sunder vichar ......aaya naya saal ....badhai .
happy new year .
वाह ...बहुत खूब कहा है आपने ।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया लगा ! ख़ूबसूरत रचना ! शानदार प्रस्तुती!
ReplyDeletebahut khoob sir
ReplyDeletereally nice poem
happy new year
mere blog par bhi aaiyega
umeed kara hun aapko pasand aayega
http://iamhereonlyforu.blogspot.com/
महेंद्र जी!!!!बहुत बढ़िया प्रस्तुति,सुंदर रचना.....
ReplyDeletewelcome to new post--जिन्दगीं--
नूतन अंदाज़
ReplyDelete