तुम
जब भी आते हो
मुस्कराते हुए आते हो,
कौन जान सका है
इस मुस्कान के पीछे छिपी
कुटिलता को ?
हर बार तुम
दे जाते हो
करोड़ों आंखों को
दरिया भर आंसू
करोड़ों हृदय को
सागर भर संत्रास
और कर जाते हो
समय की छाती पर
अनगिनत घाव !
क्या इस बार
तुम कुछ बेहतर नहीं कर सकते ?
जिन्हें जरूरत है उन्हें
क्या तुम
अंजुरी भर सुख नहीं दे सकते ?
बोलो, नववर्ष ......!
-महेन्द्र वर्मा
47 comments:
वर्मा साहब!
परमात्मा यह मनोकामना पूरी करे, क्योंकि यह जन जन की मनोकामना है!! आपको भी परिवार सहित सुख, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त हो.. नव वर्ष मंगलमय हो!!
हमारी ओर से भी नव वर्ष की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें स्वीकार करें
Well done .
सभी पाठकों और संरक्षकों को नववर्ष की मंगलकामनायें!
भाषा और प्रेज़ेन्टेशन सभी कुछ दिलकश !!
http://shekhchillykabaap.blogspot.com/
नई आशाओं का नया साल.
bahut sunder vichar haaen ...
Happy new year ...
आपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को नववर्ष की शुभकामनायें
जय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति आज के तेताला का आकर्षण बनी है
तेताला पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से
अवगत कराइयेगा ।
http://tetalaa.blogspot.com/
बहुत सटीक लिखा इस विषय पर .
नए साल की हार्दिक शुभकामनायें.
नए वर्ष को दोष न दें .... सत्य कटु ही सही , जो कारण है हम उसे कहें ...
नया वर्ष प्रभु के आशीर्वचनों से परिपूर्ण हो ...
बहुत सुन्दर...आप को सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें..
प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष की अशेष शुभकामनाएं । धन्यवाद ।
वर्माजी नववर्ष आपको हर तरह से सुखमय हो
वर्माजी नववर्ष आपको हर तरह से सुखमय हो
गहरी बात है इस रचना में..शुभकामनाएं .
शायद इस बार कुछ संभव हो सके. भगवान सब की मनोकामनाओ को पूरा करें.
सादर.
नव वर्ष पर सार्थक रचना
नववर्ष की आपको बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
शुभकामनओं के साथ
संजय भास्कर
बहुत सुन्दर प्रस्तुति|
आपको और परिवारजनों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ|
क्या इस बार
तुम कुछ बेहतर नहीं कर सकते ?
जिन्हें जरूरत है उन्हें
क्या तुम
अंजुरी भर सुख नहीं दे सकते ?
बोलो, नववर्ष ......!
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति... आपको नववर्ष की हार्दिक मंगल कामनाएँ
यह सुन्दर कामना पूर्ण हो...
सुन रहे हो न नववर्ष!
अनंत शुभकामनाएं!
सादर!
नव वर्ष से यह प्रश्न हम भी करना चाहते हैं।
नव वर्ष पर आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनायें।
नव वर्ष की बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें ..
अच्छी प्रस्तुति
क्या इस बार
तुम कुछ बेहतर नहीं कर सकते ?
जिन्हें जरूरत है उन्हें
क्या तुम
अंजुरी भर सुख नहीं दे सकते ?
बोलो, नववर्ष ......!
बहुत ही सुन्दर!नव वर्ष की शुभकामनाएँ!!!
आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !
sundar prastuti..
नव वर्ष मंगलमय हो !
बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं ....
बहुत प्यारी कामना...
सुन्दर अभिव्यक्ति..
नववर्ष की शुभकामनाएँ.
सादर.
वाह ... क्या प्रश्न खड़ा किया है ... बहुत खूब ..
आपको नव वर्ष मंगल मय हो ...
एक सर्व कालिक अनुत्तरित प्रश्न....
सुन्दर कविता सर, सादर बधाई और नूतन वर्ष की सादर शुभकामनाएं
bahut khoob umda prashn jiske uttar ki sabhi ko prateeksha hai.dekhte hain yeh nav varsh apni jholi me is bar kya laya hai.bahut umda likha hai aapne.nav varsh ki badhaai sweekaren.
अपने वक्त से संवाद करती गहरी रचना .जो मर गए रैन बसेरों के बाहर ठंड से पूछो उनसे नया साल कैसा होता है कहाँ होता है .
नए वर्ष की शुरूआत आपने बहुत अच्छी रचना से की है। नव वर्ष पर मेरी अशेष शुभकामनाएँ...
Varma ji apki rachana bahut hi sundar hai badhai ....aur abhar bhi .
abhar varma ji ...nav varsh pr ak khoob soorat suruat di ... badhi.
बहुत कठिन प्रश्न उपस्थित किया`है आपने नव वर्ष से ! उम्मीद है इस बार कुछ सुन्दर और साथक मिलेगा इस वर्ष में ! आपको एवं आपके परिवार को नए वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं !
नन्हीं सी आशा .....बहुत ही सहज किंतु यक्ष-प्रश्न सी जटिल,श्रेष्ठ रचना...
navvarsh par sundar abhivykti....
navvardh ki shubhkamnaye
पके चिर परिचित अंदाज़ में यह कविता एक सोच को जन्म देती है!! काश नए साल में एक अंजुरी सुख नसीब हो तो लगे कि कुछ नया है!! शुभकामनाएं नए साल की!!
आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को नये साल की ढेर सारी शुभकामनायें !
आपका पोस्ट अच्छा लगा । मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
सराहनीय प्रस्तुति
जीवन के विभिन्न सरोकारों से जुड़ा नया ब्लॉग 'बेसुरम' और उसकी प्रथम पोस्ट 'दलितों की बारी कब आएगी राहुल ...' आपके स्वागत के लिए उत्सुक है। कृपा पूर्वक पधार कर उत्साह-वर्द्धन करें
सराहनीय प्रस्तुति
जीवन के विभिन्न सरोकारों से जुड़ा नया ब्लॉग 'बेसुरम' और उसकी प्रथम पोस्ट 'दलितों की बारी कब आएगी राहुल ...' आपके स्वागत के लिए उत्सुक है। कृपा पूर्वक पधार कर उत्साह-वर्द्धन करें
namaskar verma ji
anjuri bhar shukh ...bahut umda .
nayi asha .naya vishvash , sunder vichar ......aaya naya saal ....badhai .
happy new year .
वाह ...बहुत खूब कहा है आपने ।
बहुत बढ़िया लगा ! ख़ूबसूरत रचना ! शानदार प्रस्तुती!
bahut khoob sir
really nice poem
happy new year
mere blog par bhi aaiyega
umeed kara hun aapko pasand aayega
http://iamhereonlyforu.blogspot.com/
महेंद्र जी!!!!बहुत बढ़िया प्रस्तुति,सुंदर रचना.....
welcome to new post--जिन्दगीं--
नूतन अंदाज़
Post a Comment