अगर मैं ये कहूँ
कि
धर्म से हटा दो
आडम्बर पूरी तरह
तो
क्या तुम मुझे
जीने नहीं दोगे
और
अगर मैं ये कहूँ
कि
मैं धर्म में
मिला सकता हूं
कुछ और सम्मोहनकारी आडम्बर
तो
क्या तुम मुझे
महामंडलाधिपति बना दोगे !
-महेन्द्र वर्मा
कि
धर्म से हटा दो
आडम्बर पूरी तरह
तो
क्या तुम मुझे
जीने नहीं दोगे
और
अगर मैं ये कहूँ
कि
मैं धर्म में
मिला सकता हूं
कुछ और सम्मोहनकारी आडम्बर
तो
क्या तुम मुझे
महामंडलाधिपति बना दोगे !
-महेन्द्र वर्मा
ये तो ऐसा प्रश्न है जो अक्सर अनुत्तरित ही रह जाता है .... पर प्रश्न की शैली प्रभावित करती है
ReplyDeleteधर्म के क्षेत्र में पदोन्नति वाकई एक व्यापारिक लेन-देन है जिसके अपने नियम हैं. :)
ReplyDeleteधर्म के क्षेत्र में पदोन्नति वाकई एक व्यापारिक लेन-देन है जिसके अपने नियम हैं. :)
ReplyDeleteविशद प्रश्न
ReplyDeleteगहन … ज़रूरी सवाल उठाती रचना
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteसुन्दर रचना
ReplyDeletewww.manojbijnori12.blogspot.com
सुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteगहरा सटीक प्रश्न कुछ ठेकेदारों से समाज के ...
ReplyDeleteदोंनो ही परस्थितियों माँ अपना ही नुकसान है अच्छी प्रस्तुती बेहतरीन सवाल उठाती हुई
ReplyDeleteबहुत गहन और सटीक प्रश्न उठाती सुन्दर अभिव्यक्ति..
ReplyDeleteधर्म के दुरूपयोग ने बर्बाद कर दिया इस देश को !
ReplyDeleteधर्म के आडम्बर पर सटीक व्यंग्य आदरणीय बहुत बेहतरीन
ReplyDelete..... सटीक प्रश्न उठाती सुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत दिनों बाद आना हुआ ब्लॉग पर प्रणाम स्वीकार करें !!