शाश्वत शिल्प

विज्ञान-कला-साहित्य-संस्कृति

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ऊबते देखे गए

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भीड़ में अस्तित्व अपना खोजते देखे गए, मौन थे जो आज तक वे चीखते देखे गए। आधुनिकता के नशे में रात दिन जो चूर थे, ऊब कर फिर ज़िंदगी से भा...
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तबला वादन में ख्यातिलब्ध महिलाएँ

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             हिंदुस्तानी संगीत में तालवाद्यों में तबला सबसे अधिक प्रतिष्ठित वाद्ययंत्र है । शास्त्रीय संगीत हो या सुगम, गायन-वादन हो ...
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जो भी होगा अच्छा होगा

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जो  भी   होगा  अच्छा   होगा, फिर क्यूँ सोचें कल क्या होगा । भले  राह  में  धूप  तपेगी, मंज़िल पर तो साया होगा । दिन को ठोकर खाने वाले, ...
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अनुभव का उपहार

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समर भूमि संसार है, विजयी होते वीर, मारे जाते हैं सदा, निर्बल-कायर-भीर। मुँह पर ढकना दीजिए, वक्ता होए शांत, मन के मुँह को ढाँकना, कारज...
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कुछ और

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मेरा कहना था कुछ और, उसने समझा था कुछ और । धुँधला-सा है शाम का  सफ़र, सुबह उजाला था कुछ और । गाँव जला तो बरगद रोया, उसका दुखड़ा था कुछ और । अ...
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बरगद माँगे छाँव

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सूरज सोया रात भर, सुबह गया वह जाग, बस्ती-बस्ती घूमकर, घर-घर बाँटे आग। भरी दुपहरी सूर्य ने, खेला ऐसा दाँव, पानी प्यासा हो गया, बरगद माँ...
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भवानी प्रसाद मिश्र, अनुपम मिश्र और बेमेतरा

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स्व. भवानी प्रसाद मिश्र ................एक छोटा-सा किस्सा सुनाता हूँ,  आज के माता-पिता के लिए वो ज़रा चौंकाने वाला होगा । आज हम यह दे...
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अपने हिस्से की बूँदें

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तूफ़ाँ बनकर वक़्त उमड़ उठता है अक्सर, खोना ही है जो कुछ भी मिलता है अक्सर । उसके माथे पर कुछ शिकनें-सी दिखती हैं, मेरी  साँसों  का  हिसाब र...
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महेन्‍द्र वर्मा
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