शाश्वत शिल्प
विज्ञान-कला-साहित्य-संस्कृति
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गीतिका : दिन
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सूरज का हरकारा दिन, फिरता मारा-मारा दिन। कहा सुबह ने हँस लो थोड़ा, फिर रोना है सारा दिन। जिनकी किस्मत में अँधियारा, तब क्या बने...
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दो कविताएँ
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एक उस दिन आईने में मेरा प्रतिबिंब कुछ ज्यादा ही अपना-सा लगा मैंने उससे कहा- तुम ही हो मेरे सुख-दुख के साथी मेरे अंतरंग मित्र ! प...
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भक्ति संगीत
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पूजा से स्तोत्र करोड़ गुना श्रेष्ठ है, स्तोत्र से जप करोड़ गुना श्रेष्ठ है, जप से करोड़ गुना श्रेष्ठ गान है। गान से बढ़कर उपासना का अन्य क...
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हमन है इश्क मस्ताना
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क्या यह हिंदी की पहली ग़ज़ल है ? कबीर साहब का प्रमुख ग्रंथ ‘बीजक‘ माना जाता है। इसमें तीन प्रकार की रचनाएं सम्मिलित हैं- साखी, सबद और ...
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दोहे: तन-मन-धन-जन-अन्न
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जहाँ-जहाँ पुरुषार्थ है, प्रतिभा से संपन्न, संपति पाँच विराजते, तन-मन-धन-जन-अन्न। दुख है जनक विराग का, सुख से उपजे राग, जो सुख-दुख से...
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झिलमिल झिलमिल झिलमिल
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दीपों से आलोकित डगर-डगर, द्वार-द्वार। पुलकित प्रकाश-पर्व, तम का विनष्ट गर्व, यत्र-तत्र छूट रहे जुग-जुगनू के अनार। नव तारों के सं...
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संत कवि परसराम
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संत कवि परसराम का जन्म बीकानेर के बीठणोकर कोलायत नामक स्थान पर हुआ था। इनका जन्म वर्ष संवत 1824 है और इनके देहावसान का काल पौष कृष्ण 3, सं...
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कहाँ तुम चले गए / 10.10.2011
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दुनिया जिसे कहते हैं, जादू का खिलौना है कलाकार ईश्वर की सबसे प्यारी संतान होता है। हे ईश्वर ! तुम जब भी अपनी बनाई दुनिया के तमा...
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