शाश्वत शिल्प
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संत किसन दास
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राजस्थान के प्रमुख संतों में से एक थे- संत किसन दास। इनका जन्म वि.सं. 1746, माघ शुक्ल 5 को नागौर जनपद के टांकला नामक स्थान में हुआ। इनके ...
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दुख का हो संहार
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उद्यम-साहस-धीरता, बुद्धि-शक्ति-पुरुषार्थ, ये षट्गुण व्याख्या करें, मानव के निहितार्थ। जब स्वभाव से भ्रष्ट हो, मनुज करे व्यवहार, ...
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ज्ञान हो गया फकीर
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नैतिकता कुंद हुई न्याय हुए भोथरे, घूम रहे जीवन के पहिए रामासरे। भ्रष्टों के हाथों में राजयोग की लकीर, बुद्धि भीख माँग रही ज्ञान हो गया फकीर...
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इस वर्ष दो भाद्रपद क्यों ? --- तेरह महीने का वर्ष
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अभी भादों का महीना चल रहा है। इसके समाप्त होने के बाद इस वर्ष कुंवार का महीना नहीं आएगा बल्कि भादों का महीना दुहराया ...
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आत्मा का आहार
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दुनिया कैसी हो गई, छोड़ें भी यह जाप, सब अच्छा हो जायगा,खुद को बदलें आप। दोष नहीं गुण भी जरा, औरों की पहचान, अपनी गलती खोजिए, फिर पाएं सम्म...
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सोचिए ज़रा
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कितनी लिखी गई किताब सोचिए ज़रा, क्या मिल गए सभी जवाब सोचिए ज़रा। काँटों बग़ैर ज़िंदगी कितनी अजीब हो, अब खिलखिला रहे गुलाब सोचिए ज़रा। ज़र्रा है...
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आगत की चिंता नहीं
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धनमद-कुलमद-ज्ञानमद, दुनिया में मद तीन, अहंकारियों से मगर, मति लेते हैं छीन। गुणी-विवेकी-शीलमय, पाते सबसे मान, मूर्ख किंतु करते सदा, उनका ...
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उम्र भर
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जख़्म सीने में पलेगा उम्र भर, गीत बन-बन कर झरेगा उम्र भर। घर का हर कोना हुआ है अजनबी, आदमी ख़ुद से डरेगा उम्र भर। जो अंधेरे को लगा लेते ग...
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