शाश्वत शिल्प

विज्ञान-कला-साहित्य-संस्कृति

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मैं भी इक संतूर रहा हूं।

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दिल ही हूं मजबूर रहा हूं, इसीलिए मशहूर रहा हूं। चलता आया उसी लीक पर, दुनिया का दस्तूर रहा हूं। नए दौर में सच्चाई का, चेहरा हूं, ब...
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सबसे उत्तम मित्र

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ग्रंथ श्रेष्ठ गुरु जानिए , हमसे कुछ नहिं लेत, बिना क्रोध बिन दंड के, उत्तम विद्या देत। संगति उनकी कीजिए, जिनका हृदय पवित्र, कभी-कभी ए...
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संत गंगादास

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महाकवि संत गंगादास का जन्म ई. सन् 1823 में मेरठ जनपद के रसूलपुर गांव में हुआ था। इनका परिवार अत्यंत संपन्न था। उस समय इनके पिता के पास 600...
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नवगीत

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अम्बर के नैना भर आए नीर झरे रह-रह के। प्रात स्नान कर दिनकर निकला, छुपा क्षणिक आनन को दिखला, संध्या के आंचल में लाली वीर बहूटी दहक...
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संत नागरीदास

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राजपाट छोड़कर सन्यास ग्रहण करने वाली विभूतियों में संत नागरी दास जी का नाम अग्रगण्य है। आज से लगभग 200 वर्ष पूर्व राजस्थान के किशनगढ़ राज...
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दोहे

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दुनिया अद्भुत ग्रंथ है, पढ़िये जीवन माहिं, एक पृष्ठ भर बांचते, जो घर छोड़त नाहिं। दुर्जन साथ न कीजिए, यद्यपि विद्यावान, सर्प भले ही मण...
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किसी ने हंसाया रुलाया किसी ने।

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सरे बज़्म जी भर सताया किसी ने, मेरा कर्ज सारा चुकाया किसी ने। थकी ज़िंदगी थी सतह झील की सी, तभी एक पत्थर गिराया किसी ने। सुकूने-जि...
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चकित हुआ हूं

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तिक्त हुए संबंध सभी मैं  व्यथित हुआ हूं, नियति रूठ कर चली गई या, भ्रमित हुआ हूं। दुर्दिन में भी बांह छुड़ा कर  चल दे ऐसे, मित्रों के...
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महेन्‍द्र वर्मा
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