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भारत की संत परंपरा - तब और अब
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भारत सदा से संतों की भूमि रहा है । आज भी संत उपाधि धारण करने वाले अनेक हैं किंतु इनकी विशेषताएं अतीत के संतों से नितांत भिन्न परिलक्षित होती...
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संत किसन दास
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राजस्थान के प्रमुख संतों में से एक थे- संत किसन दास। इनका जन्म वि.सं. 1746, माघ शुक्ल 5 को नागौर जनपद के टांकला नामक स्थान में हुआ। इनके ...
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संत दीन दरवेश
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सूफी संत दीन दरवेश के जन्मकाल के संबंध में कोई पुष्ट जानकारी नहीं मिलती। एक मत के अनुसार इनका जन्म विक्रम संवत 1810 में उदयपुर के निकट गु...
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संत कवि परसराम
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संत कवि परसराम का जन्म बीकानेर के बीठणोकर कोलायत नामक स्थान पर हुआ था। इनका जन्म वर्ष संवत 1824 है और इनके देहावसान का काल पौष कृष्ण 3, सं...
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देहि सिवा बर मोहि इहै
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गुरु गोविंदसिंह जी विरचित सुविख्यात ग्रंथ ‘श्री दसम ग्रंथ‘ एक अद्वितीय आध्यात्मिक और धार्मिक साहित्य है। इस ग्रंथ में गुरु जी ने लगभग ...
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सूफी संत मंसूर
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सन् 858 ई. में ईरान में जन्मे सूफी संत मंसूर एक आध्यात्मिक विचारक, क्रांतिकारी लेखक और सूफी मत के पवित्र गुरु के रूप में प्रसिद्ध हुए। ...
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संत गंगादास
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महाकवि संत गंगादास का जन्म ई. सन् 1823 में मेरठ जनपद के रसूलपुर गांव में हुआ था। इनका परिवार अत्यंत संपन्न था। उस समय इनके पिता के पास 600...
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संत नागरीदास
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राजपाट छोड़कर सन्यास ग्रहण करने वाली विभूतियों में संत नागरी दास जी का नाम अग्रगण्य है। आज से लगभग 200 वर्ष पूर्व राजस्थान के किशनगढ़ राज...
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स्वामी रामतीर्थ
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कौन थे वे ? ‘मेरे लिए तो वृक्ष की छाया मकान का काम दे सकती है,राख मेरी पोशाक का, सूखी धरती मेरे बिस्तर का और दो-चार ...
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संत ललित किशोरी
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(हमारे देश में ऐसा भी समय था जब लोग लाखों-करोड़ों की पैतृक संपत्ति को त्याग कर सन्यासी बन जाया करते थे और आज का समय है जब लोग तथाकथित सन्य...
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संत बुल्लेशाह
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ना मैं मुल्ला ना मैं काजी लाहौर जिले के पंडील गांव में विक्रम संवत 1737 में संत बुल्लेशाह का ज...
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नारायण स्वामी
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दो दिन कौ मेहमान नारायण स्वामी का जन्म विक्रम संवत 1886 में रावलपिंडी में हुआ। ये बाल्यावस्था से ही संतों और भगवद्भक्तों में विशेष रु...
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संत चरणदास
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वि.सं. 1760 की भाद्रपद शुक्ल तृतीया, मंगलवार को मेवात के अंतर्गत डेहरा नामक स्थान में संत चरणदास का जन्म हुआ था। इनका पूर्व नाम रणजीत थ...
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संत ज्ञानेश्वर
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मराठी भाषा की गीता माने जानी वाली ‘ज्ञानेश्वरी‘ के रचयिता संत ज्ञानेश्वर महान संत गोरखनाथ की परम्परा में हुए। इनका जन्म सन 1275 ई. मा...
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स्वामी रामानंद
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रामभक्ति के आचार्य स्वामी रामानंद का जन्म विक्रम संवत 1356 में हुआ। इनके पिता का नाम पुण्यसदन तथा माता का नाम सुशीला देवी था। रामानंद...
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संत सुंदरदास
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सावधान क्यूं न होई संत सुंदरदास, संत दादू दयाल के योग्यतम शिष्यों में से एक थे। इनका जन्म जयपुर राज्य की प्राचीन राजधानी दौसा नगर में वि...
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संत पीपा जी
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जो खोजै सो पावै राजस्थान में गागरोनगढ़ का गढ़ झालावाड़ से कुछ दूरी पर है। यहां एक शूरवीर शक्तिशाली राजा हुए जिनका नाम था, प्रतापराय। व...
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संत दरिया साहेब
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दु निया भरम भूल बौराई मारवाड़ प्रदेश के जैतारन गांव में संत दरिया साहेब का जन्म संवत 1733 में हुआ था। इनके समसामयि...
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भक्त नरसी मेहता
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वैष्णव जन तो तेने कहिए गुजरात के प्रसिद्ध भक्त कवि संत नरसी मेहता का जन्म सौराष्ट्र् के पूर्वी भाग के तलाजा गांव में सन् 1414 ई. को हुआ। ...
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संत दादूदयाल
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वाद विवाद काहू सो नाहीं दादूपंथ के प्रवर्तक संत दादूदयाल का स्थान संत साहित्य में बहुत उच्च है। इनका जन्म फाल्गुन शुक्ल पक्ष 2, वि.सं. 16...
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